बेहतर जिंदगी और सुनहरे भविष्य के लिए 30 साल की उम्र के आसपास लिए जाने वाले कुछ अहम् निर्णय!

                  बेहतर जिंदगी और सुनहरा भविष्य कैसे बनाए?


किसी की भी जिंदगी में 30 साल के आसपास का समय जिंदगी का एक अहम् पड़ाव होता है। इस उम्र तक पहुँचते-पहुँचते या तो 3-4 साल नौकरी कर चुके होते है या फिर नौकरी की शुरुआत कर रहे होते है। ऐसे में बहुत ही आवश्यक हो जाता ही की आने वाले भविष्य और जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए कुछ अहम् निर्णय लिए जाए, क्योकि इस उम्र तक पहुँचते-पहुँचते हम जिंदगी का एक बहुत ही अहम् हिस्सा पार कर चुके होते है और यहाँ से अब गलती की गुंजाइश नहीं रह जाती है। इस उम्र तक पहुँचते-पहुँचते काफी समझ आ जाती है। क्या अच्छा है, क्या बुरा है, किसमे घाटा है, किसमे फायदा है। ये सब अच्छे से समझ सकते है। 

तो आइये इस उम्र के आसपास लिए जाने वाले कुछ ऐसे निर्णयों के बारे में जानते है, जो की बेहतर जिंदगी और आने वाले भविष्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। 

खुद का घर लेने की प्लानिंग करे

हर महीने रूम या फ्लैट का किराया देने से बेहतर यही होगा की खुद का घर या फ्लैट ले ले, क्योकि जो रकम किराए में दे रहे है वही रकम लोन की ईएमआई देने में खर्च कर दे। इससे लोन का ईएमआई भी भर जाएगा और घर भी अपना हो जाएगा। हम सभी जानते है की प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ती ही रहती है घटती नहीं है, ऐसा करने से हम फ़ायदा में रहेंगे, तो बेहतर यही होगा की किराया का कमरा लेने से अच्छा खुद का घर ही ले ले। 

हमेशा बचत करने की कोशिश करे

कमाई या सैलरी का पैसा हाथ में आते ही आवश्यकता से ज्यादा जो पैसा है उसे अलग रखने की कोशिश करे। बचत खाते में रखने से अच्छा होगा की रिकरिंग खाता खुलवाकर हर महीने उसी में जमा करे, ताकि उस पैसे को आप आसानी से न निकाल सके। बचत की इस रकम से समय-समय पर गोल्ड या सिल्वर बार या नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट खरीदने की आदत डाले।

वित्तीय स्थिति के अनुसार जोखिम ले 

सभी को अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार ही जोखिम लेना चाहिए। कभी-कभी हम लालच में आकर अपनी स्थिति से ज्यादा पैसा इन्वेस्ट कर देते है। इस प्रकार की घटनाए हमें वित्तीय जोखिम में डाल सकती है। कुछ कम्पनिया ज्यादा रिटर्न देने का लालच देकर इन्वेस्ट करवा लेती है और बाद में पता चलता है की कम्पनी ही भाग गयी। इसलिए शेयर्स में निवेश करे तो किसी अनुभवी प्रोफेशनल की राय लेकर और वह भी कम अनुपात में ही निवेश करे। 

मेडिक्लेम पॉलिसी ले  

कोई भी बीमारी कहकर नहीं आती है, स्वस्थ आदमी भी अचानक बीमार पड़ जाता है, या मान लीजिये की आप रोड में ही चल रहे है कब दुर्घटना हो जाए कोई नहीं जानता है और आजकल तो आप सब जानते है की डॉक्टर्स हॉस्पिटल और दवाओं का खर्च कितना ज्यादा है। इस सेक्टर में बहुत महगाई है। छोटी सी भी बीमारी है और आप हॉस्पिटल गए तो हजारो-लाखो का बिल बन जाता है। इसलिए इस फालतू खर्च से बचने के लिए एक अच्छी सी मेडिक्लेम पॉलिसी ले। फ्लोटर पॉलिसी ज्यादा अच्छी मानी जाती है। 

अतिरिक्त आय के उपाय ढूंढे 

नौकरी या व्यवसाय के साथ-साथ कोई ऐसा पार्टटाइम काम सोचे जिसे आप खाली समय में या छुट्टी के दिन कर सके और कुछ अतिरिक्त आय अर्जित कर सके। ये पार्टटाइम काम जैसे की ट्यूशन, हॉबी क्लासेज, लेखन, काउंसलिंग, गिफ्ट पैकिंग या इंश्योरेंस एजेंसी हो सकती है, या फिर इन सबके अतिरिक्त आप के पास कोई अलग टैलेंट हो तो उसे भी कर सकते है।

उधार देने में समझदारी दिखाए 

कई बार ऐसा होता है की अपनी बचत की मोटी रकम हम ऐसे व्यक्ति को दे देते है जो की पैसा वापस देने में दिलचस्पी नहीं रखता है, या कभी-कभी उधार देने के बाद हम खुद ही भूल जाते है की कितना पैसा उधार दिए है। जरुरत कभी भी किसी को भी पड़ सकती है और मजबूरिया बता के नहीं आती। आप अपने दोस्त या फिर रिश्तेदार की जरुरत पड़ने पर मदद करे, लेकिन हिसाब-किताब हमेशा मेंटेन करके रखे।

अच्छी इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदे 

वर्तमान समय में बाजार में इंश्योरेंस कंपनियों की भरमार है, लेकिन बड़े-बड़े दावों से आकर्षित होने की बजाय अपनी जरुरत के मुताबिक़ इंश्योरेंस पॉलिसी ख़रीदे। ज्यादा जानकारी के लिए आजकल ऑनलाइन सर्च करके भी पता कर सकते है। अपने आसपास के एजेंटो से सलाह ले। इसके बाद तय करे की कौन सी इंश्योरेंस पॉलिसी आपके लिए अच्छी है। खास बात यह है की जितनी जल्दी इंश्योरेंस पॉलिसी लेंगे प्रीमियम का भुगतान उतना ही कम करना पड़ेगा। 

रिटायरमेंट की प्लानिंग करे

इन्वेस्ट करते समय अपने रिटायरमेंट प्लानिंग को ध्यान में रखते हुए इन्वेस्ट करे। गलत प्लानिंग पैसो का मोहताज बना सकती है। इसलिए ऐसे इन्वेस्ट करे की आपके रिटायरमेंट होने के बाद आपका पैसा आपको जरुरत के हिसाब से मिल सके। कभी-कभार ऐसी चूक हो जाती है की हमें पैसो की जरुरत अभी है और हमारे पैसे हमें मिलेंगे 5 साल बाद। ऐसी स्थिति में हमें दूसरो के सामने हाथ फैलाना पड़ेगा, इसलिए रिटायरमेंट की प्लानिंग जरूर करे।

मुद्रास्फीति को समझकर निवेश करे 

निवेश के लिए बचत खाते में पैसा रखना सही नहीं माना जाता है, क्योकि बचत खाते में ब्याज न के बराबर मिलता है, बचत खाते के बजाय रिकरिंग खाते में पैसा जमा करे। इसके अलावा अच्छी ब्याज दर देने वाली स्कीम है। जैसे एफडी, म्युचुअल फंड आदि। वैसे आज के जमाने में सबसे अच्छा निवेश माना जाता है प्रॉपर्टी को। जिसका हमेशा रेट बढ़ना ही बढ़ना है। इसलिए हो सके तो प्रॉपर्टी में निवेश करे। 

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